बहु अपनी सहेली की पार्टी में मॉडर्न कपङे पहन के जा रही थी तब सासु ने कहा, ऐसे कपङे पहनने की ज़रूरत नहीं, तब बहु का जवाब…Part-2

तुम्हें इस घर की परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के कपड़े पहनने की कोई जरूरत नहीं है। ये हमारे परिवार की परंपराओं के खिलाफ है।”
राधिका ने मुस्कुराते हुए कहा,
मम्मी, मेरी पहचान मेरी स्टाइल से है। मैं सभी परंपराओं का सम्मान करती हूँ, लेकिन क्या मैं आज के ज़माने की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए खुद को नहीं बदल सकती?”

Modern fashion ideas | Women empowerment in India | Respecting traditions in modern life

समय बीतता गया और राधिका ने सोचा कि क्यों न अपनी सास को अपने दादी के पुराने कपड़े दिखाए जाएं। वह अपनी सास के पास गई और बोली,
“मम्मी, ये कपड़े कितने खूबसूरत हैं। क्या आप इन्हें धोने में मेरी मदद करेंगी?”
सुमित्रा बेन ने पहले नाखुशी से देखा, लेकिन राधिका ने धीरे-धीरे उनके दिल में जगह बना ली। कई बार राधिका ने वे पुराने कपड़े पहनकर अपनी सास को दिखाए, और उन्होंने देखा कि राधिका इन कपड़ों में बेहद सुंदर लग रही है।

Cultural heritage outfits | Reviving traditional clothing | Vintage fashion trends

धीरे-धीरे सास और बहू के रिश्ते की खटास दूर होने लगी। दोनों के बीच दोस्ती का रिश्ता बनने लगा। अब सुमित्रा बेन ने राधिका की आधुनिक परंपराओं को समझना शुरू कर दिया और उसे प्रोत्साहित भी किया कि वह अपनी जिंदगी को अपने तरीके से खुलकर जिए।

Women bonding stories | Cultural adaptation in families | Breaking generational gaps

कुछ समय बाद शहर में एक फैशन शो का आयोजन हुआ। राधिका ने इसमें भाग लेने की इच्छा जताई और ….

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *