4 दिनों से बेटी ग़ायब थी, चौथे दिन अचानक बेटी घर लोटी, दरवाज़ा खोला तो बेटी …..
चार दिनों से अनुष्का का कोई अता-पता नहीं था। पूरा घर चिंता में डूबा हुआ था, हर किसी के चेहरे पर चिंता और घबराहट साफ दिख रही थी।
“कहाँ चली गई ये लड़की? अब समाज में हम किसी को मुँह दिखाने लायक नहीं रहेंगे,” अनुष्का के पिता विनय गुस्से में बोले। उनकी आँखों में गुस्सा और बेचैनी दोनों झलक रहे थे।
अनु्ष्का की माँ, मीना, शांत स्वर में बोलीं, “तुम हमेशा बुरा ही क्यों सोचते हो? हमारी अनु्ष्का आ जाएगी।“
विनय ने निराश आवाज़ में कहा, “बाहर नौकरी करती है, कौन जानता है किस तरह के लोगों से मिलती है। तीन दिन से कोई खबर नहीं है, न फोन, न कोई संदेश।“
इतना कहते-कहते विनय की आँखों में आँसू आ गए और वे रोने लगे। पति की यह हालत देखकर मीना भी दिल से दुखी हो गईं और उनकी आँखों में भी आँसू भर आए। तभी दरवाजे पर दस्तक हुई।