मधुर आवाज सुनाई नहीं देता था इसलिए, बुलेट बेचकर 100cc की होंडा ले आया, फिर उसकी शादी हुई…🤣😂🤣🤣
कुल्फी खाते वक्त आप जो हाथ कुल्फी के नीचे रखते हो ना…
उसे गीता में “मोह” कहा गया है…
और कुल्फी खाने के बाद आप जो डंडी चाटते हो ना…
उसे गीता में “लोभ” कहा गया है…
और डंडी फेंकने के बाद सामने वाले की कुल्फी देखकर…
मन में जो सोचते हो ना कि उसकी पूरी क्यों नहीं हुई!!!…
उसे गीता में “ईर्ष्या” कहा गया है…
और कुल्फी खत्म होने से पहले ही अगर कुल्फी गिर जाए और
डंडी ही हाथ में रह जाए और मन में जो आए…
उसे गीता में “क्रोध” कहा गया है…
और ये सब पढ़कर जो चेहरे पर जो
“हास्य” आता है ना उसे “मोक्ष” कहा गया है…
🤣😂🤣🤣
एक भाई की सगाई हुई,
उसके पास बुलेट 350cc थी, लेकिन,
सवारी करते समय उसकी मंगेतर की
मधुर आवाज सुनाई नहीं देती थी इसलिए,
बुलेट बेचकर 100cc की होंडा ले आया।
फिर उसकी शादी हुई, . . .
शादी के एक साल बाद…
उसने फिर होंडा बेचकर
500cc की बुलेट ले ली…!!!
🤣😂🤣🤣