जज: मुझे तुम्हारी सफाई नहीं सुननी…रीत सिखाओ…😝😂🤣😜

नटू (गटू से): आज तो भारी हो गया! सुबह जंगल गया,
वहाँ शेर सामने आ गया।
गटू: अरे नटू, फिर क्या हुआ?
नटू: फिर क्या, मैंने दौड़ लगाई,
मैं आगे और शेर पीछे…
थोड़ी देर बाद पीछे देखा, शेर फिसल गया।
गटू: फिर?
नटू: फिर मैंने फिर दौड़ लगाई…
मैं आगे और शेर पीछे…
थोड़ी देर बाद फिर पीछे देखा, शेर फिर फिसल गया!
किसी तरह घर आया, हाँफते-हाँफते।
गटू: वाह नटू, तू तो बोहत बहादुर है हमारे जैसे को तो डायरिया हो जाते!
नटू: तो तुम्हे क्या लगा, शेर क्यू बार बार फिसल रहा था ?
😝😂🤣😜

जज: तुमने अपनी पत्नी को पिछले 10 साल से डरा,
धमका कर रखा है…

छगन: साहब, बात ऐसी है कि…

जज: मुझे तुम्हारी सफाई नहीं सुननी…
रीत सिखाओ…
😝😂🤣😜

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