क्या आप जानते हैं देश का सबसे बड़ा दानवीर कौन है? जिन्होंने हर दिन 27 करोड़ रुपये का दान दिया है

आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल ₹9,713 करोड़ यानी ₹27 करोड़ प्रतिदिन दान में दिए। इसके साथ ही उन्होंने परोपकारी भारतीयों में अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा। एडेलवाइस हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2021 के अनुसार, प्रेमजी ने महामारी से प्रभावित वर्ष के दौरान अपने दान में लगभग 25% की वृद्धि की।

उनके बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नादर थे जिन्होंने परोपकारी कार्यों के लिए ₹1,263 करोड़ का दान दिया।

एशिया के सबसे धनी व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ₹577 करोड़ के योगदान के साथ सूची में तीसरे और कुमार मंगलम बिड़ला ₹377 करोड़ के साथ चौथे स्थान पर रहे।

नंदन नीलकणी की रैंकिंग में सुधार हुआ
देश के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति और अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी आपदा राहत के लिए ₹130 करोड़ के दान के साथ दाताओं की सूची में आठवें स्थान पर हैं। इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणी की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है और ₹183 करोड़ के दान के साथ वे सूची में पांचवें स्थान पर हैं। हिंदुजा परिवार ने ₹166 करोड़ के दान के साथ सूची में छठा स्थान प्राप्त किया।

टॉप 10 दिग्गजों में बजाज परिवार, अनिल अग्रवाल और बर्मन परिवार शामिल हैं। बजाज परिवार ₹136 करोड़ के दान के साथ हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी सूची में 7वें स्थान पर था। डाबर समूह का बर्मन परिवार ₹114 करोड़ के दान के साथ 10वें स्थान पर था। परिवार ने सेवा कार्य में 502% की वृद्धि दर्ज की है। लार्सन एंड टुब्रो के पूर्व अध्यक्ष ए एम नाइक ₹112 करोड़ के दान के साथ सूची में 11वें स्थान पर हैं जिन्होंने अपनी आय का 75% परोपकारी उद्देश्यों के लिए देने का वचन दिया है।

राकेश झुनझुनवाला का नाम भी सूची में शामिल
इस साल 17 अन्य लोग इस सूची में शामिल हुए हैं जिन्होंने कुल ₹261 करोड़ का दान दिया है। सूची में ₹50 करोड़ के दान के साथ देश के सबसे बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने एडेलवाइस हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2021 में सबसे उदार प्रवेशकर्ता के रूप में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।

ज़ेरोधा के को-फाउंडर नितिन और निखिल कामत ने आने वाले कुछ वर्षों में क्लाइमेट चेंज सॉल्यूशन्स पर काम करने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं और कंपनियों को समर्थन देने के लिए ₹750 करोड़ देने का वचन दिया था। वे सूची में 35वें स्थान पर हैं। 35 वर्षीय निखिल कामत भी इस सूची में सबसे युवा हैं।

सूची में 9 महिलाओं का भी समावेश
इस साल हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी सूची में नौ महिलाओं का समावेश किया गया है। रोहिणी निलेकणी ने परोपकार की गतिविधियों के लिए ₹69 करोड़ दिए हैं। यूएसवी की लीना गांधी तिवारी ने ₹24 करोड़ और थर्मेक्स की अनु आगा ने ₹20 करोड़ का दान दिया।

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